आप अपनी तरफ से जितना कोशिश करते हैं चीजों को संभाल के और सब को साथ लेके चलने की आप का उतना ही ईस्तेमाल किया जाता है In fact यहां तक कि जिनको आप अपना बोल रहे हैं आपना मान रहे हैं वो ही आप की kindness का उतना ही गलत इस्तेमाल करते हैं.
आप अपनी life के साथ adjust करते जाते हैं झुकते जाते हैं कि चलो सब अपने हैं और अगर आप की वजह से उनका कुछ भला हो रहा है या आप के जरिए किसी का कुछ फयेदा हो रहा है तो ये अच्छी बात है आप दूसरों के लिए अपने कम्फर्ट और aram को भी त्याग देते हैं कि चलो मेने थोड़ा परेशान हो लिया लेकिन बाकी सभी का फयेदा हुया लेकिन अचानक आप को अह्सास होता है कि आप का तो शोषण हो रहा है आप का ईस्तेमाल किया जा रहा है. और वो लोग जिनको आप अपना मान के sacrifice कर रहे थे वो भी आप के बारें मे नहीं सोच रहे थे. वो भी बस आप को use ही कर रहे थे.
People outside are very smart actually… they are thinking about themself only. वो सब चुपचाप आप की मेहनत का जो फल है उसको enjoy कर रहे हैं. और शायद अपने मन मे आप को बेवकूफ़ मान कर आप के ऊपर हंस भी रहे हों.
और जब उनकी बारी आती है अपनी तरफ से कुछ करने की निभाने की तो फिर वो आप को गिनाना शुरू कर देंगे कि क्या उनका है और क्या तुम्हारा फिर उस दिन सब बंट जाएगा. उनकी चीजों मे उनके हिस्से मे आप का कोई हिस्सा नहीं है फिर.
आप उनके लिए सारी उम्र adjust करते रहे और जैसे ही उनकी बारी आती है वो अपनी selfishness आप को show कर देंगे. आप ने अभी तक जो भी sacrifice किया है या सामने वालों के लिए अपनी लाइफ मे जो adjustments किए हैं वो सब भुला दिए जाएंगे उनका कोई मोल नहीं रहेगा उस दिन. उस दिन आप को पता क्या सुनने मिलेगा उस दिन आप को सुनने मिलेगा की “तो क्या हुया” “उसमें क्या है”. आप की जो fairness है या जो भी impartiality थी … अभी तक कि… उस सब को overlook कर दिया जाएगा.
उस दिन जाके आप को अपने जीवन का एक बहुत बढ़ा lesson सीखने को मिलता है. की आप ही अपने लिए हैं. और बाकी सब कुछ…. इंसानियत अच्छाईयां.. सब अच्छा है but आज के इस ज़माने में जरूरी है कि आप थोड़ा मतलबी भी रहे थोड़ी सी selfishness आप भी अपने मे रखें. क्यूंकि in the end आप की care आप की अपनी परवाह करनी आप को ही है.
और हम दूसरों की तरह और दूसरे लोगों को ईस्तेमाल करने की या दूसरों के जरिए अपने ullu सीधा करने की भले ही ना सोचे But इतनी selfishness या इतनी cunningness तो हमको भी अपने मे रखनी पढ़ेगी की at least कम से कम कोई दूसरा हमरा तो use ना कर पाए… कम से कम कोई दूसरा हम को ईस्तेमाल करके तो आगे ना बढ़ जाए…. कम से कम इतनी होशियारी तो लेकर हमको आज के इस ज़माने मे जीना पढेगा.
क्यूंकि अगर आप इतनी भी cunningness या समझ ले कर आज की इस दुनिया में नहीं चलेंगे तो कदम कदम पर लोग बैठे हैं आप का ईस्तेमाल करने के लिए आप से अपना काम निकाल कर बिना किसी gratitude या thankfulness के आगे बढ़ने के लिए. आप जितनी kindness दिखाएंगे आप को उतना ईस्तेमाल किया जाएगा. आप जितना झुकेंगे आप का उतना ही शोषण किया जाएगा.
आप अगर आज की इस very mean and cunning दुनिया में खुद के लिए आवाज उठाना नहीं सीखते अपने खुद के बारे मे सोच कर चलना या जीना नहीं सीखते तो मान कर चलिए आप को हर जगह use किया जाना है. बाहर ये दुनिया बेठि ही है आप का ईस्तेमाल करने के लिए आप का फयेदा उठाने के लिए.
इसीलिए be cunning be smart be selfish and learn to raise your voice for yourself सबसे अच्छे रहिए but उतना ही जितने मे आप का कोई फयेदा ना उठा सके क्यूंकि आप भले ही कितने kind हो और naive हो और soft हो but ये दुनिया बहुत ही – – – –

