Addictions

हम इंसान भी बहुत ही interesting होते हैं. हम इतनी मेहनत करते हैं पैसे कमाने के लिए और फिर उसी पैसे से जो कि हमने इतनी मेहनत से कमाया है अपने खुद के लिए ज़हर खरीदते हें. और सिर्फ खरीदते ही नहीं उस जहर को बढ़े मजे से खाते पीते भी हैं. We take it as fun. हम ये समझ ही नहीं पाते कि हम जो भी ये नशे cigarette हो दारू हो गुटखा हो ले रहे हें ये हमें short term मे तो मज़े दे रहें हे but in long term हमारी अच्छी सेहत को हमारे अच्छे स्वास्थ्य को हम से दूर ले जा रहे हें.

ये सब नशे हमें अभी तुरंत भले ही euphoria की आनंद की feeling दे रहें हो लेकिन long term मे ये हमारी असली ख़ुशी को जो कि हम को हमारी अच्छी सेहत से मिलती है उसको हम से दूर ले जा रही है. आप को भले ही थोड़े समय के लिए खुद के बहुत ही strong होने की feel आती हो ईन addictions को लेते ही लेकिन long run मे ये हमको कमज़ोर बना रहे हैं. आप को तुरंत इन नशों के लेते ही एक winner की तरह feel होता होगा लेकिन एक long run मे ये आप को एक loser बना रहे हैं. एक कमजोर दिमाग और अस्वस्थ शारीर के साथ आप कैसे खुद को winner बना सकते हें.

अच्छा जो सेहत को नुकसान है वो तो है ही लेकिन मेरी नज़र मे जो सबसे बढ़ा addictions का नुकसान है वो ये है कि ये सारे नशे आप को अपना गुलाम बना लेते हें. ये जो नशे हें ये आप पर आप के दिमाग पर आप की life पर अपना राज चलाने लगते हें. ये नशे आप को हर समय ऐसे feel कराते हें मानो जैसे आप की life से कुछ बहुत जरूरी missing हो जब कि ये बिल्कुल भी जरूरी हे नहीं. आप अपना जरूरी से जरूरी काम postpone कर देते हें delay कर देते हें उस कुछ खास चीज के missing होने की feeling को पूरा करने के लिए. आप के पास कितना भी जरूरी काम क्यूँ ना हो आप उसको हमेशा delay कर देंगे एक बोतल शराब के लिए कुछ puff cigarettes के लिए. आप अक्सर दिन में खुद को पाएंगे सभी कामों को छोड़ कर दारू की बोतल ढूँढते हुए cigarettes के packets और गुटखे के पाउच को तलाशते हुए.

अच्छा ये जो नशे हें ये आप को एक euphoria की एक अपूर्व आनंद और सुकून की फिलिंग देते हें और क्यूंकि आप ने वो एक हाई feel कर लिया है और फिर जब आप को ये नशे नहीं मिलते तो आप को low भी feel ज्यादा होता है. Drugs लेने वालों को नशे करने वालों को डिप्रेशन की शिकायत सबसे ज्यादा होती है. ये आप जो लोग भी मेरा ये video सुन रहे हैं अगर आप लोगों को भी addiction होगा alcohol या tobacco का तो आप लोगों को ये बात समझ आ रही होगी. आप को थोड़ी देर के लिए नशा नहीं मिलता तो कैसा feel होने लगता है जब कि brain अपने normal state मे हे. लेकिन क्यूंकि आपने वो एक हाई feel कर लिया है अब आप को normal state of mind मे भी बहुत low ही feel होता है depress सा feel होता है.

जैसे जैसे आप का नशा बढ़ता जाता है, इस euphoric और ultimate reward की feeling की वजह से आपको अपनी life की बाकी सारी खुशियां बहुत ही less significant मालूम होने लगती है. आप की life मे कोई भी कितना भी खुशी का moment क्यूँ ना हो लेकिन अगर आप को अपना नशा नहीं मिलेगा तो आप हर समय कुछ जरूरी कुछ खास miss करने की feeling मेहसूस करते रहेंगे. In fact जैसे जैसे आप का नशा बढ़ेगा आप की life मे बस और बस एक ही खुशी रह जाएगी वो आप के नशे की. वो एक short term का high जो आप को apne नशे से मिलता है, उसके आगे आप की life की बाकी और बढ़ी छोटी खुशियां सब बेकार और बहुत ही less significant हो जाती हें.

अपना काम करने की खुशी खुद को groomed रखने की खुशी अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल life मे छोटे छोटे achievements करने की खुशी. दोस्तों के साथ Family के साथ एक अच्छा time बिताने की खुशी, अपने परिवार की इच्छाओं को उनकी जरूरतों को पूरा करने की खुशी. अपनी hobbies को pursue करना खुद को mentally और physically challenge करना इत्यादि इत्यादि. ये सब life के important aspects life की छोटी छोटी खुशियां सब एक तरफ हो जाएंगी और बस एक और एक ही चीज रह जाएगी वो आप का नशा.

आप अपनी life मे बाकी और ये सब चीजें करें ना करें life मे कोई achievements करें ना करें. आप को बस आप का नशा बस मिल जाए और आप बहुत ही खुश और fulfilled feel करने लगेंगे. और उसके दूसरी तरफ अगर आप की life मे ये सब life की छोटी छोटी खुशियां अगर होंगी भी लेकिन अगर आप को अपने नशे करने नहीं मिलेंगे तो आप को खाली खाली सा feel होता रहेगा. आप को अपने life के achievements से जो खुशी मिलनी चाहिए वो पूरी तरह feel नहीं होगी.

तो कहने का मतलब अगर आप की life मे कोई एक चीज सबसे ज्यादा prominent होगी तो वो होंगे आप के नशे. शराब गुटखा तंबाखू cigarette और लाइफ मे कुछ हो ना हो but इनकी कमी नहीं होनी चाहिए. आप को जो भी जितने भी ये नशे हें ये हमेशा highest priority पर रहेंगे इनकी वजह से आप अपने decisions बदलेंगे. इनकी वजह से आप अपने रास्ते बदलेंगे. ये आप को अपने goals से responsibilities से भटकाऐंगे.

अगर आप spiritual gurus को या researchers को सुनें तो वो addictions की science को बताते हें. वो बताते हें कि ये जो भी नशे हें शराब हो तंबाखू हो ये एक बाहरी एजेंट की तरह काम करते हें जो कि जब हमारे अंदर जाते हें तो हमारे brain को affect करते हें. जो कि हमको एक हाई और euphoria और एक तरह के pleasure की feeling को देता है. Actually हम जब भी कोई नशा के आदि हो जाते हें और जब भी वो हमारे सामने आता है तो हमारे brain मे एक तरह का केमिकल generate होने लगता है जिसको dopamine बोलते है और जैसे ही हम उस नशे को पूरा करते है हमारे अंदर एक relaxation की एक reward की feeling generate होती है जिससे हमको इतना अच्छा feel होने लगता है. अब आप जो ये relaxation की ya pleasure की feeling है वो कुछ और दूसरे काम जो कि हमारे लिए नुकसान दायक ना हो उससे भी feel कर सकते हें.

और spiritual gurus का तो ये भी कहना है कि ये जो हाई की या pleasure की जो ये feeling है ये actually हमरा brain ही है जो हमको दे रहा है तो अगर हम अपने दिमाग को कंट्रोल करना सीख ले तो बाहर से किसी भी तरह के कोई भी एजेंट को लेने की ज़रूरत ही नहीं है. ये हाई हम खुद ही feel कर सकते हें बिना खुद को कोई नुकसान पहुंचाये. जो लोग proper meditation कर पाते हें वो इस हाई को समझते हें उन्होंने इसको मेहसूस किया है. In fact वो जो push हमको अंदर से आता है उसके आगे ये सब बाहर के एजेंट बहुत ही छोटे और नाकाफी है. और अगर कोई उस नशे को मेहसूस कर ले तो फिर उसके आगे बाकी सारे नशे बेकार. और उस नशे के कोई साइड इफेक्ट और नुकसान भी नहीं है.

खैर देखिए मे यहां कोई moral policing करने नहीं बैठा हूं, मे बस आप के साथ वो share कर रहा हूं जो कि मेने इन नशों के बारे में पड़ा जाना या समझा है. हर नशे की शुरुआत या तो हमारी जिज्ञासा की वजह से होती है या फिर अपने inferiority complex की वजह से. सिर्फ एक glass से क्या हो जाएगा? सिर्फ एक puff मार लेने से मेरा क्या नुक़सान हो जाएगा? क्या मे मर्द नहीं हूं? क्या मे शराब नहीं पी सकता? cigarette नहीं पी सकता? am I not bold enough? और फिर इस तरह ये day by day बढ़ता जाता है. आप को पता ही नहीं चलता कि आप कब ईन नशों के आदी हो गए और कब in addictions ने हमको Rule करना चालू कर दिया.

और फिर बाकी की हमारी सारी जिंदगी हम इनको justify करने मे लगे rehte हैं. हम खुद को और दूसरों को बताते रहते हैं की हमको ईन का नशा नहीं है और मे तो ये सब बस यूँही मज़े के लिए करता हूं और मे कभी भी इनको छोड़ सकता हूं. लेकिन वो कभी आता ही नहीं. बस एक glass और एक cigarette और… और इस तरह हम समय को टालते rehte है जब तक कि हमको वाकई मे इनसे कोई serious harm ना हो जाए. फिर उस दिन हमको अपनी गलती का एहसास होता है, उस दिन हमारी आंखें खुलती हैं. लेकिन दोस्त तब तक तो बहुत देर हो जाएगी, फिर वहाँ से वापिस पीछे मूड के आना बहुत मुश्किल हो जाएगा, फिर वहाँ से अपनी गलतियों को सुधारना बहुत मुश्किल हो जाएगा. शायद आप अपने नुकसान की कभी भरपाई कर ही ना सके.

अपनी आंखें खेलिए इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, अपनी आंखें खेलिए इससे पहले कि आप अपनी कमाई को अपने पैसों को बर्बाद कर दे, अपनी आंखें kholiye इससे पहले कि आप अपनी जिम्मेदारियों को अपने achievements को भूल जायें, आप के अपनों को खो दे. ये life बहुत छोटी है, समय बहुत कम है, बहुत सारी achievements हें पाने के लिए, देर are many milestones to go.

आप का पैसा बहुत कीमती है, आप इसको उन छह on पर बर्बाद नहीं कर सकते जो कि आप को आप की health को नुकसान पहुंचा रहीं हों. और बहुर सारी interesting cheezein हैं interesting काम हें करने के लिए आप के पैसे खर्चने के लिए. There are so many interesting achievements to make in life. और आप के जितने भी achievements हें वो भी ya जो achievements आप life मे आगे करेंगे बिना अच्छी health के सब useless हें. आप बिना अच्छी health के किसी भी चीज को पूरी तरह enjoy नहीं कर सकते. आप की सारी कमाई useless हो जाएंगे अगर आप के पास अच्छी health नहीं हैं. आप आप के पैसों को बिना अच्छी सेहत के कभी enjoy नहीं कर सकते.

मे एक बार फिर दोहराना चाहता हूं कि मे यहां कोई moral policing नहीं कर रहा, I am just sharing what is best known to me. और मे आप के decision को भी आप के ही हांथों मे छोड़ता हूं. आप खुद decide करें आप के लिए क्या अच्छा है और क्या बुरा. आप को बस ये पता होना चाहिए कि आप past के decisions ने choices ने आप के present को बनाया है और आप की आज की choices और आज के decisions आप के future को बना रहे हें. आप की mental physical और financial health आप पर ही depend करती है, your future your life is on you. आप खुद decide करें आप के लिए क्या अच्छा है और क्या नहीं. क्यूंकि कभी कभी हमारे पास पछताने और रोने के सिवा और कुछ रह नहीं जाता. Make your mind before it gets too late. It’s your life you make your choice.

Leave a Reply

0
    0
    Your Cart
    Your cart is emptyReturn to Shop
    Scroll to Top

    Discover more from Manish Goswami

    Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

    Continue reading

    WordPress Cookie Notice by Real Cookie Banner